हिम्मत तो वो भी करता है
हिम्मत तो वो भी करता है
जो नाबालिक है और आत्मघाती हमले की तैयारी करता है।
हिम्मत वो माँ भी करती है
जो अनजाने के हाथ आपना बच्चा किराये पे देती है, चोराहोंके बिच
इस शोरमे उस भीकारी के हाथ का बच्चा अफीम चाट कर ही सोता है।
हिम्मत वो आशिक भी करतें है
जिन्हे समाज का डर इतना सताता है की वो एकदूसरें का हाथ पकड़कर
बीसवीं मंजिल से आत्महत्या करते है।
हिम्मत, दिन को दिन, रात की रात मानने की जितनी सरल होती है तो
कह देना मुझमे हिम्मत नहीं है , क्या बहादुरी नहीं है ?